तेरी यादें

आज भी हम तेरी ही यादों के सहारे जी रहें है, अपनी बिछड़न के जहरीले पलों के घूंट पी रहें हैं। उन यादों का ही तकिया लेके सो जाते हैं हम, सोने के बजाय बस ख़यालो में खो जाते है हम। तुम जुदा हो गई इसका दुख तो है ही, बस, जिस तरह से जुदा […]

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